लाडो प्रोत्साहन योजना : भारत सरकार और राज्य सरकारें समय-समय पर समाज में बेटियों की शिक्षा, सुरक्षा और उनके अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ चलाती हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है लाडो प्रोत्साहन योजना। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों को शिक्षा के साथ-साथ आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि समाज में लिंग असमानता कम हो सके और बेटियों को भी बेटे की तरह समान अधिकार मिल सकें।
लाडो प्रोत्साहन योजना क्या है?
लाडो प्रोत्साहन योजना बेटियों को पढ़ाई और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए बनाई गई एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के अंतर्गत सरकार बेटियों को आर्थिक सहायता और विभिन्न सुविधाएँ उपलब्ध कराती है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बेटी सिर्फ पैसों की कमी के कारण अपनी पढ़ाई बीच में न छोड़े और उसे एक सुरक्षित व सम्मानजनक जीवन मिले।
लाडो प्रोत्साहन योजना के मुख्य उद्देश्य
बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देना – ताकि हर बेटी स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर सके।
बाल विवाह रोकना – जल्दी शादी करने के बजाय बेटियों को पढ़ाई और करियर की ओर प्रोत्साहित करना।
आर्थिक सहयोग देना – बेटियों की पढ़ाई और अन्य ज़रूरतों के लिए वित्तीय मदद उपलब्ध कराना।
समान अधिकार सुनिश्चित करना – बेटियों को समाज में बेटे के समान दर्जा दिलाना
आवेदन प्रक्रिया
लाडो प्रोत्साहन योजना का लाभ पाने के लिए इच्छुक परिवारों को संबंधित विभाग या पोर्टल पर आवेदन करना होता है। आवेदन करते समय आवश्यक दस्तावेज़ जैसे –
आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण, पासपोर्ट साइज फोटो
जमा करने होते हैं। आवेदन की प्रक्रिया राज्य सरकारों द्वारा तय किए गए नियमों के अनुसार अलग-अलग हो सकती है।