अगर आप भी एक ही आधार कार्ड पर कई सिम खरीदने की सोच रहे हैं, तो जरा सावधान हो जाइए। सरकार ने आधार कार्ड से सिम कार्ड की लिमिट को लेकर नए सख्त नियम बनाए हैं। इन नियमों का पालन न करने पर आपके लिए दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं। चलिए, जानते हैं इन नियमों के बारे में।
एक आधार कार्ड पर कितने सिम की अनुमति है?
भारत में एक आधार कार्ड पर अधिकतम 9 सिम कार्ड तक रजिस्टर किए जा सकते हैं। अगर आप इससे ज्यादा सिम का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको उन सिम को तुरंत बंद करना होगा जो एक्टिव नहीं हैं। सरकार के नए नियमों के अनुसार, अगर किसी के पास 9 से अधिक सिम पाए जाते हैं, तो अतिरिक्त सिम को डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा।

इन नियमों को लागू करने का मुख्य मकसद फ्रॉड और साइबर क्राइम पर लगाम लगाना है। कई बार लोग फर्जी सिम का इस्तेमाल कर अपराध करते हैं। अब सरकार ने सभी मोबाइल कनेक्शनों को आधार से जोड़कर इस तरह की गतिविधियों को रोकने का प्रयास किया है।
क्या होगी दिक्कत?
सिम डीएक्टिवेशन: ज्यादा सिम पाए जाने पर आपका नंबर ब्लॉक हो सकता है।
वेरिफिकेशन कॉल: अगर आपके नाम पर कई सिम रजिस्टर्ड हैं, तो टेलीकॉम कंपनी आपसे संपर्क कर वेरिफिकेशन मांगेगी।
कानूनी कार्रवाई: फर्जीवाड़े के मामलों में आप पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
कैसे बचें दिक्कतों से?
- सिर्फ वही सिम कार्ड रखें, जिन्हें आप वास्तव में इस्तेमाल कर रहे हैं।
- अपने सिम कार्ड की स्थिति चेक करने के लिए टेलीकॉम ऑपरेटर की वेबसाइट पर विजिट करें।
- अनावश्यक सिम को तुरंत बंद करवाएं।
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सरकार का यह कदम उपभोक्ताओं को सुरक्षित रखने और डिजिटल फ्रॉड पर लगाम लगाने के लिए बेहद जरूरी है। इसलिए, अपने आधार कार्ड पर रजिस्टर्ड सिम की जांच करें और अनावश्यक सिम को हटाकर सुरक्षित रहें। याद रखें, नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना और परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं।