जयपुर की मशहूर विंग टू फ्लाई डिफेंस एकेडमी में इस बार मकर संक्रांति का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। स्टूडेंट्स और फैकल्टी ने न केवल इस त्योहार की रौनक बढ़ाई, बल्कि परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम भी पेश किया। इस खास मौके पर एकेडमी के परिसर में पतंगबाजी, स्वादिष्ट तिल-गुड़ के व्यंजन और ढेर सारी मस्ती देखने को मिली।
तिल-गुड़ की मिठास और पतंगों का जोश
सुबह से ही एकेडमी के स्टूडेंट्स और फैकल्टी ने मकर संक्रांति की तैयारियां शुरू कर दी थीं। मैदान में रंग-बिरंगी पतंगें आसमान को और खूबसूरत बना रही थीं। “वो काटा!” और “जोर लगा के!” जैसे नारों से पूरा माहौल गूंज उठा। छात्रों और फैकल्टी ने मिलकर एक टीम की तरह पतंगबाजी का आनंद लिया।

संस्कृति के साथ जुड़ाव
एकेडमी ने छात्रों को भारतीय संस्कृति और त्योहारों के महत्व को समझाने के लिए एक छोटी सी वर्कशॉप भी आयोजित की। फैकल्टी ने बताया कि मकर संक्रांति केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि सूर्य के उत्तरायण होने का प्रतीक है, जो हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
खेलकूद और प्रतियोगिताएं
इस आयोजन में पतंगबाजी के साथ-साथ तिल-गुड़ से बनी मिठाइयों की प्रतियोगिता भी हुई, जिसमें स्टूडेंट्स और फैकल्टी ने बड़े उत्साह के साथ हिस्सा लिया। विजेताओं को एकेडमी की ओर से पुरस्कार दिए गए। विंग टू फ्लाई डिफेंस एकेडमी के डायरेक्टर ने कहा, “हमारी एकेडमी में शिक्षा के साथ-साथ त्योहारों को मनाने का उद्देश्य छात्रों को खुशी और साथ में रहना सिखाना है।”